पाकिस्तान में दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या 34 से बढ़कर 212 हो गई

कोरोनावायरस से मिलकर लड़ने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सार्क देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। और तो और इसमें चर्चा के लिए पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. जफर मिर्जा को भेजा। डॉ. मिर्जा ने भी कोरोना जैसी महामारी को छोड़ यहां भी जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया। अब पाकिस्तान में दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या 34 से बढ़कर 212 हो गई है जबकि एक की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्विटर पर उनका वीडियो इंटरव्यू शेयर किया है। इसमें वह कोरोना से लड़ने के लिए दुनिया से मदद मांगते दिखे। मगर, इमरान का यह वीडियो ट्विटर पर #Bhikhari नाम से ट्रेंड करने लगा। वहीं, इमरान खान को यूजर्स सार्क की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में की गई घटिया हरकत याद दिला रहे हैं। 


इमरान ने कहा- हमारे कर्ज में छूट मिल जाए तो हम इससे लड़ सकेंगे
इमरान ने कहा, ''कोरोना से लड़ने के लिए हमारे पास पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। यह चिंता की बात है। यह हालात केवल पाकिस्तान की नहीं है बल्कि भारत, साउथ एशिया के अन्य देश और अफ्रीकन देशों की भी है। हमारे पास इससे लड़ने की क्षमता नहीं है। पर्याप्त संसाधन नहीं है। आर्थिक सुस्ती के चलते मेरी चिंता भूखमरी और गरीबी को लेकर भी है। इसके चलते यह भी काफी बढ़ जाएगी। वैश्विक समुदाय को इस पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान जैसे देशों की मदद करनी चाहिए। हमारे कर्ज में छूट मिल जाए तो हम कम से कम इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए कुछ कर सकते हैं। मैं ईरान को लेकर भी चिंतित हूं क्योंकि, अब कोरोना के सबसे ज्यादा मामले वहां से सामने आ रहे हैं। दुनिया को ऐसे देशों की मदद करनी चाहिए जो खुद इससे लड़ने में सक्षम नहीं हैं


पाकिस्तान की बदहाल क्वारैंटाइन का वीडियो वायरल
पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। 15 मार्च को पाकिस्तान में केवल 34 संक्रमित थे लेकिन, 17 मार्च तक यह आंकड़ा 236 पहुंच गया। इसके उलट सरकार के इंतजाम काफी कमजोर हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें लोगों ने सरकार की पोल खोल दी है। तौसिफ हैदर नाम के यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें वह पाकिस्तान के क्वारैंटाइन कैंप की हालत दिखा रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि क्वारैंटाइन कैंप में एक साथ 200 से ज्यादा लोगों को रखा गया है। लोग बेड से लेकर जमीन तक पर सोने को मजबूर हैं। न तो मास्क की सुविधा है और न ही डॉक्टर दिख रहे हैं। लोगों ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि क्योंकि, वह शिया समुदाय से हैं इसलिए सरकार उन्हें मरने के लिए छोड़ रही है